उसके पति के पिता, कोसाकु, उस घर में आये जहाँ काओरी और उसकी पत्नी रहते हैं। - - मेरे ससुर मिलनसार और दयालु थे...मेरी उनके बारे में यही धारणा थी। - - एक रात, काओरी को दरवाजे के दूसरी ओर से चिपचिपी निगाहें आती महसूस हुईं। - - दरवाजे के छेद से जोड़े की गतिविधियों को देख रहे ससुर की आकृति...!